Covid Case In India: 25 मई 2025 तक कोरोना केस की संख्या में एक बार फिर वृद्धि देखी जा रही है। तमाम बड़े शहरों में नए केस सामने आने के बाद सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। भले ही अधिकांश संक्रमण हल्के हैं, लेकिन नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 के मिलने से विशेषज्ञों और आम लोगों के बीच चिंता की लहर है। आइए विस्तार से जानते हैं कि Covid Case In India की ताजा स्थिति क्या है और सरकार किन उपायों पर काम कर रही है।
भारत में कोविड की वर्तमान स्थिति
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 25 मई तक देशभर में सक्रिय कोरोना केस की संख्या 257 है। इनमें सबसे अधिक मामले केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु और कर्नाटक से सामने आए हैं।
- दिल्ली में 23 नए केस
- महाराष्ट्र में 93 केस
- केरल में अकेले मई महीने में 273 केस
इन आंकड़ों के मुताबिक यह साफ है कि भले ही केसों की संख्या बहुत अधिक न हो, पर एक बार फिर Covid Case In India सुर्खियों में आ गया है।

नए वेरिएंट्स: NB.1.8.1 और LF.7
भारत में कोविड के दो नए वेरिएंट्स की पहचान हुई है – NB.1.8.1 और LF.7, जिन्हें WHO ने “Variants Under Monitoring” की सूची में डाला है।
NB.1.8.1 क्या है?
- यह वेरिएंट ओमिक्रॉन के JN.1 उप-संस्करण से निकला है।
- इसका पहला मामला अप्रैल 2025 में तमिलनाडु में मिला।
- इसमें A435S, V445H और T478I जैसे म्यूटेशन हैं जो इसे ज्यादा संक्रामक बना सकते हैं।
- यह वेरिएंट अभी गंभीर नहीं माना गया है लेकिन कोरोना केस में इसकी भूमिका को लेकर निगरानी जारी है।
LF.7 क्या है?
- यह भी JN.1 का ही उपवंश है।
- गुजरात में मई में इसके चार केस सामने आए हैं।
- इसके लक्षण – गले में खराश, बुखार, थकान, सिरदर्द और पेट की परेशानी – काफी हल्के हैं।
- इस वेरिएंट की वजह से भी कोरोना केस में इज़ाफा देखा जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की रणनीति
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने 24 मई को वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक बुलाई जिसमें Covid Case In India की स्थिति की समीक्षा की गई। बैठक में ICMR, NCDC और DGHS के वरिष्ठ विशेषज्ञ मौजूद थे।
प्रमुख निर्णय:
- अस्पतालों को स्टाफ और ऑक्सीजन की तैयारियों को लेकर निर्देश दिए गए।
- बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान देने को कहा गया।
- RT-PCR टेस्टिंग को बढ़ाने के आदेश।
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे शहरों में टेस्टिंग फिर से बढ़ाई जा रही है ताकि हर संभावित कोरोना केस को जल्दी पकड़ा जा सके।

मौतों के मामले
हालिया रिपोर्ट के अनुसार:
- महाराष्ट्र में 4 और कर्नाटक में 1 कोविड संबंधित मौत दर्ज की गई है।
- सभी मरीज पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे।
हालांकि यह संख्या कम है, लेकिन यह संकेत है कि Covid Case In India को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
विशेषज्ञों की चेतावनी
विशेषज्ञ मानते हैं कि वर्तमान में सामने आ रहे अधिकतर कोविड केस हल्के हैं और होम आइसोलेशन में ठीक हो जा रहे हैं। लेकिन:
- वेरिएंट्स की अनिश्चितता के चलते सतर्कता जरूरी है।
- मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़ से बचना अब भी महत्वपूर्ण है।
- टीकाकरण के बूस्टर डोज़ की जरूरत को लेकर भी चर्चा हो रही है, खासकर बुजुर्गों में।
उनका यह भी कहना है कि यदि Covid Case In India इसी रफ्तार से बढ़ते रहे, तो जल्द ही दिशा-निर्देशों में बदलाव हो सकता है।
क्या घबराने की जरूरत है?
नहीं, अभी नहीं। लेकिन सतर्क रहना आवश्यक है।
- कोविड एक बार फिर लौट रहा है, लेकिन यह रूप अभी तक बहुत गंभीर नहीं दिखा।
- अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या न्यूनतम है।
- फिर भी हर नया Covid Case In India संभावित रिस्क के रूप में देखा जा रहा है।
जनता के लिए जरूरी सलाह
- यदि आपको गले में खराश, बुखार, खांसी या बदन दर्द हो, तो तुरंत टेस्ट कराएं।
- मास्क का प्रयोग सार्वजनिक स्थानों पर फिर से शुरू करें।
- बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
- भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
- टीकाकरण के अपूर्ण डोज़ जल्द से जल्द लगवाएं।
निष्कर्ष
Covid Case In India भले ही बहुत तेज़ी से नहीं बढ़ रहे हों, लेकिन नए वेरिएंट्स के कारण जोखिम बना हुआ है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हैं, लेकिन आम लोगों की सतर्कता भी उतनी ही जरूरी है। यदि हम समय रहते सजग हो गए, तो एक बार फिर इस महामारी की लहर को फैलने से रोका जा सकता है।